सोमवार, 7 नवंबर 2011

तेरे जाने के बाद ..

तेरे जाने के बाद ..

हर दिन चिट्टी लिखता हूँ नयी, पर 
डाकिये के गली से भी गुजरता नहीं मैं
जो बोला तूने की चिट्ठी की राह न देखना मेरे जाने के बाद 

मुस्कान रखा हूँ चेहरे पर दर्द को ढंककर
जो कहा था तुमने हँसते रहना मेरे जाने के बाद 

आखें सूखी रखी हैं मैंने, पीड़ा सहकर भी
जो वादा किया था की रोयेंगे नहीं तेरे जाने के बाद 

भूलने की हर कोशिश कर रहा हूँ मैं 
पर भूलूं कैसे तुझे ये तो बता जाती 
बस कहकर गयी तू भूल जाना मुझे मेरे जाने के बाद

कहा था तुने राह नहीं देखना मेरी
मैंने राहों से कभी पूछा भी नहीं तेरे बारे में
पर एक बार आओ न जाना 
की जिंदगी हर पल सताती है तेरे जाने के बाद..

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