रविवार, 25 दिसंबर 2011

छोड़ दी हमनें वो राहें ..

छोड़ दी हमनें वो राहें ..

टुकड़े टुकड़े दिन बीते
रातें रोई मेरी तड़प कर
फैज की बात सोचे कौन मुहब्बत में
आँखों पे आंसू पर लब पे दुआ है..

नज़रें, अदाएं कातिल है तेरी
मरते देखा है कईयों को हमनें
तू पत्थर दिल है पर,
कभी दिखा नहीं  
की जिंदगी से तेरा क्या वास्ता है..

खाबों ने पाँव रखे तेरी दुनिया में
फिसले और टूट गए
हमने चुनने की कोशिश नहीं की
कहा अब इन खाबों में रखा क्या है..

जलती बुझती आँखों में
जो जिंदगी बीती है मेरी
देखने की कोशिश है अब
की इन बेचैनियों के पार क्या है..

गम ए दिल को समझाया हमें
मानता है वो अब, की तू बेवफा है..
खुश रह तू दूर मुझसे रहकर अकेला 
छोड़ दी हमनें वो राहें जहाँ तेरी दुनिया है..


शुक्रवार, 23 दिसंबर 2011

कुछ पंक्तियाँ..

कुछ पंक्तियाँ..

"ये गहने दुकानों की सेजों पर कितने खुबसूरत थे, 
तूने जो पहना, तेरी खूबसूरती के आगे फीके पड़ गए हैं.."

"पुछा मैंने ए जिंदगी इस मुहब्बत में रखा क्या है 
कहा जिंदगी ने, सोच तेरे मुस्कराने की वजह क्या है.."

"मन जो बातें तेरी करता है 
कहता हूँ मैं रुक जा तू
क्यूँ मुझको हर बार रुला देता है
क्यूँ खुद, खुद को भुला देता है.."


"जिंदगी तो बस तेरी आंखों में देखी है हमनें 
दूर न जा ए सनम की इन साँसों का क्या करूँगा मैं.."

"तेरे हुस्न की खबर तो उन वादियों को भी है,
जहाँ सूरज की किरणों, हवाओं का आना जाना नहीं..
वो भी चिंता करते हैं तेरी खुशियों की
जिनका अपना कोई ठिकाना नहीं..
तू आ गिरी है किसी और ही दुनिया में जानम
ये परीयों की दुनिया नहीं, ये तेरा जमाना नहीं.."


सोमवार, 5 दिसंबर 2011

कुछ पंक्तियाँ..

कुछ पंक्तियाँ..

"अपने हुस्न को जो तुमने हया के आँचल में ढक रखा है
तेरी खूबसूरती का असर यूँ कहीं ज्यादा गहरा है.."

"आज आइना मुझसे मेरा परिचय पूछ रहा था
कल तक देखता था जो मुझको, खुद में

आज वो ही पहचानने से इनकार करता है.."

"तूने आंसू बहाए हैं जितने मैंने कहाँ बहाए होंगे
पर तेरे हर आंसू पे मेरा लहू बहता था.."

"जनाब उनकी गोद में कुत्ते को देख देखकर
मोहल्ले के लड़के अपनी किस्मत पे रोते हैं.."



"यूँ तो बहौत दीवाने (लफंगे) तेरी गलियों से होकर गुजरे
तेरे दिल के दरवाजे तक पहुँचने वालों में तो हम है..
(यानि हम भी कभी लफंगे हुआ करते थे :) )"

"खुद की आँखों में धुल झोंक कर 
खुद को अलग दुनिया दिखाते रहे
जहन को हर वक़्त पता था
ये खेल महंगा पड़ेगा मुझे..
"अब तो मैंने खो दिया तुझे.." "

"तेरे लिए ये बस बहता खून का कतरा होगा
मेरे लिए तो ये तुझे भुलाने की कोशिश है

जो हर कतरे में आ बसा है.."